Site icon ARYAVARTA News : Unveiling the Pulse of the Nation

10 Year’s of Prime Minister Narender Modi (मोदी के 10 साल) : A Powerful Man of Indian Politics

Narender Modi Election 2024

10 Year’s of Prime Minister Narender Modi : आइये जानते भारत के प्रधान मंत्री के 10 साल के कामो और उपलब्धियों के बारे में जाने।

Narender Modi Foregin Policy (विदेश नीति)

Prime Minister Narender Modi ने 2014 में भारत की विदेश नीति को सुधारना के प्रयास शुरू किए। Prime Minister Narender Modi जी ने पहला विदेश दौरा भूटान का किया जहां उन्होने ने दोनों देशों के सम्बन्धों और बेहतर बनाने पर ज़ोर दिया। उसके बाद वह ब्राज़ील गए जहां उन्होने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया।

यहीं से Narender Modi ने भारत की विश्व गुरु वाली छवि दुनिया के सामने बनानी शुरू की 2022 तक उन्होने विदेश के 69 दौरे किए जिसमे उन्होने 64 देशों का दौरा किया । Prime Minister Narender Modi किसी भी विदेश यात्रा पर भारत की बात रखते है, और अपनी बात हिन्दी में बोल कर विदेशी नेताओं को हिन्दी के प्रति हिन्दी को समझने का एक प्रयास करते है।

साथ वह हिन्दी में बोल देश के आम नागरिक जिसे अँग्रेजी नहीं आती उन तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास करते है। जिससे की प्रत्येक भारत का नागरिक उनकी बात को समझ सके। इससे Narender Modi भारत की मात्र भाषा के रूप में हिन्दी को हर किसी तक पहुंचाने का प्रयास करते है। Prime Minister Narender Modi विदेश में जाकर वहाँ रह रहे भारतीयो से जरूर मुलाक़ात करते है जिससे भारतीयो को सम्मान और भारतीयता से सभी को जोड़ने का प्रयास उनके द्वारा किया जाता है।

Prime Minister Narender Modi के विदेश दौरो से भारत में का अंतराष्ट्रिय कंपनियो निवेश लाने का प्रयास किया और काफी सफल भी हुए । उन्होने पहले 5 सालों में विदेश दौरो से अन्य देशों का ध्यान भारत की और लाने का प्रयास किया। जिससे भारत में निवेश और वैश्विक संहयोग का मंच बना व भारत की बात को अंतराष्ट्रिय मंच पर प्रमुखता से  उठाया।

भारत की छवि सुधार कर पाकिस्तान द्वारा प्रयोजित आतंकवाद को अंतराष्ट्रिय मुद्दा बनाया जिससे पाकिस्तान को होने वाली आर्थिक मदद में देशों ने कटोती की व पाकिस्तान का भारत में आतंकवादी हमलों को करने के प्रयासों का  मुद्दा अंतराष्ट्रिय मंच पर प्रमुखता से उठाया। 2016 और 2019 में हुये पाकिस्तान प्रयोजित आतंकवादी हुमलों के बाद सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद किसी भी देश का भारत के वीरुध न बोल्न भारत की कूट नीति का एक अच्छा उदाहरण है।

Narender Modi Works for Economy (अर्थवयव्स्था)

2014 में भारत की अर्थव्यवस्था  2 ट्रिललियन की थी 2023 में भारत की इकॉनमी 3.5 ट्रिललियन की हो रही है। आखिरी कुछ सालों में भारत की अर्थव्यवस्था तेजी के साथ बढ़ रही है। इसका कारण भारत के कानूनों और विदेश नीतिओं में हो रहे बदलाव है । भारत में निवेश का अवसर पैदा होना और इनफ्रास्ट्रक्चर का तेजी से बढ़ना है।

प्रधानमंत्री जन धन योजना और इन्सॉलवेंसी और बैंकरप्सी  कोड यानि दिवाला कानून जैसे सुधार लागू किए गए। भारत की अर्थव्यवस्था में एक बड़ा सुधार जीएसटी लाने की वजह से भी हुआ । इसमें जीएसटी लागू करने से लेकर, सभी गांवों का विद्युतीकरण, जनधन योजना, मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, पीएलआइ स्कीम, दिवालिया कानून, ईज आफ डूइंग बिजनेस, डिजिटलीकरण (ऑनलाइन पेमेंट जैसे गूगल पे , पे टीएम अथवा आदि एप्लिकेशन को लोगों की आम ज़िंदगी में पैसे देने लेने के लिए किया गया) जैसे सुधार कार्यक्रम प्रमुख रूप से शामिल हैं।

वित्तीय समावेश के लिए प्रधानमंत्री जनधन योजना की शुरुआत की गई और इस योजना के तहत लगभग 45 करोड़ बैंक खाते खोले जा चुके हैं और इनमें 1,67,145 करोड़ रुपये जमा हैं। मेक इन इंडिया और पीएलआइ स्कीम का फायदा यह हुआ कि वस्तुओं के निर्यात में बढ़ोतरी होने लगी जिससे भारत के कारोबारियों को भारत के बाजार के साथ साथ विदेशों मे भारत में बने समान का पहुँचना।

पिछले आठ साल में वस्तुओं के निर्यात में 100 अरब डालर से अधिक की बढ़ोतरी हुई जिससे भारत की अर्थव्यवस्था मीन तेजी से सुधार हुआ। वर्ष 2013-14 में 312 अरब डालर का निर्यात किया गया था और जो वर्ष 2021-22 में आरबीआइ के आंकड़ों के मुताबिक बढ़कर 421 अरब डालर का रहा। साथ ही भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में भी बढ़ोतरी हुई।  निर्यात बढ़ने से किसानों को भी फायदा हुआ, क्योंकि पिछले आठ सालों में भारत कई प्रकार के खाद्य पदार्थों का पहला या दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश बन गया। इससे कृषि निर्यात की हिस्सेदारी वस्तुओं के कुल निर्यात में 15 प्रतिशत से अधिक हो गई।

आयात में भी लगभग 150 अरब डालर का इजाफा हुआ जो इस बात की तरफ ध्यान लाता है कि घरेलू खपत में कितनी वृद्धि हुई है। दो साल पहले 15 सेक्टर में प्रोडक्शन ¨लक्ड स्कीम (पीएलआइ) की शुरुआत हुई थी, जिसके तहत अब तक 2.5 लाख करोड़ के निवेश आ चुके हैं। अगले पांच साल में पीएलआइ स्कीम से 28.15 लाख करोड़ रुपये के निवेश और और 64 लाख से अधिक नौकरियां निकलने की उम्मीद है। पीएलआइ स्कीम से आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में मदद मिलेगी जो प्रधानमंत्री मोदी का संकल्प है ।

पीएलआइ जैसी स्कीम को सफल बनाने के लिए पहले से ही तैयारी की जा रही थी। वर्ष 2017 में जीएसटी लागू किया गया। जीएसटी लागू होने से वैश्विक निवेश का वातावरण तैयार हुआ। परिणाम यह हुआ कि वर्ष 2021-22 में 83.57 अरब डालर का अब तक सर्वाधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) रहा जबकि वित्त वर्ष 2014-15 में सिर्फ 45.15 अरब डालर का एफडीआइ आया था। इन्ही कारणो से आज भारत की विकास दर और देशों के मुक़ाबले तेज है। अर्थव्यवस्था के मामले में भारत पहले पाँचवे नंबर पर आता था भारत ने 2022 के आखिरी में ब्रिटेन को पीछाड़ के चौथे नंबर पर अगया है। 

Narender Modi Make In India (आत्म निर्भर भारत)

Make In India मुहिम के चलते भारत की और देशों पर निर्भरता कम हुई है। जिससे भारत के औद्योगिक क्षेत्र को नयी ऊर्जा मिली है। भारत में अलग अलग तरह के उपकरण जो पहले विदेशों से आयात किए जाते थे अब भारत में बनाए जा रहे है जिससे भारत का पैसा भारत में ही रहता है इसका बड़ा फायदा

Narender Modi Nationalism (राष्ट्रवाद)

जबसे भारत में Prime Minister Narender Modi की की सरकार आयी है तबसे भारत में नयी राष्ट्रवादी विचार धरा के तेजी से प्रवाह हुआ है, ऐसे में भारत को एक नयी दिशा में और तेजी के साथ विकसित करने के साथ देश के लिए एक राष्ट्रवादी सरकार का जो की देश के नागरिकों में देश प्रेम की भावना देश के प्रति जागरूकता और अपने देश के हित में काम करने वाली सरकार कई दशकों बाद भारत में नरेंदर मोदी ने 20214 में भारत को दी, भारत में पहले की सरकारों में जिस पर आतंकवादी हमले होते थे और देश की सरकारें चुप रहती थी।

लेकिन नरेंदर मोदी की सरकार आने के बाद यह भावना बदल गयी कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक न सिर्फ आतंकवादी हमले बंद साथ ही जो हमले हुए उनका मुँह तोड़ जवाब भारत की नरेंदर मोदी सरकार ने देश के सुरक्षा बालों को को छूट देकर दिया , जिससे की देश के लोगों में देश के प्रति सम्मान और आत्मविश्वास बढ़ा।

यह भी पड़ें :

FacebookTwitterWhatsAppX

Exit mobile version