OpenAI ने विस्पर नामक एक नए मॉडल का उपयोग करके यूट्यूब से लाखों घंटों के वीडियो को ट्रांसक्राइब किया है। यह मॉडल वीडियो को टेक्स्ट में बदलने में बहुत अच्छा है, और ओपनएआई ने इसका उपयोग वीडियो के बारे में बहुत सारी जानकारी इकट्ठा करने के लिए किया है। OpenAI ने इस जानकारी का उपयोग अपने GPT-4 मॉडल को बेहतर बनाने के लिए किया है
OpenAI utilized million hours of YouTube video
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल को ठीक से चलाने के लिए बहुत सारी डेटा की जरूरत होती है। खबरों के मुताबिक, OpenAI ने इस समस्या को देखते हुए एक नया मॉडल “Whisper” विकसित किया है। यह मॉडल ऑडियो को टेक्स्ट में बदल सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, OpenAI ने Whisper मॉडल का उपयोग करके यूट्यूब से लाखों घंटों के वीडियो को ट्रांसक्राइब किया। फिर इस जानकारी का उपयोग करते हुए OpenAI ने अपने सर्वोत्तम AI मॉडल GPT-4 को ट्रेनिंग दी। इस मॉडल का उपयोग ओपनएआई के अपने उत्पादों के साथ ही माइक्रोसॉफ्ट की कई सेवाओं में भी किया जाता है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, OpenAI को पता था कि ऐसा करना कानूनी रूप से गलत हो सकता है, लेकिन उनका मानना था कि यह न्यायिक उपयोग के अंतर्गत आता है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि OpenAI के प्रेसिडेंट ग्रेग ब्रोकमैन भी इस वीडियो ट्रांसक्राइबिंग के काम में शामिल थे। यह घटना कुछ ही दिनों बाद सामने आई जब यूट्यूब के सीईओ नील मोहन ने एक इंटरव्यू में कहा कि यूट्यूब के वीडियो को किसी AI मॉडल को ट्रेनिंग देने के लिए उपयोग करना कंपनी के नियमों के खिलाफ है।
OpenAI और Youtube क्या बोले इस मामले पर
ओपनएआई की प्रवक्ता लिंडसे हेल्ड ने द वर्ज को बताया कि कंपनी विभिन्न स्थानों से डेटा एकत्र करती है, जैसे कि सार्वजनिक जानकारी और साथ ही प्राइवेट डेटा भी शामिल होता है जो उनके साथी कंपनियों से मिलता है। उनका मत है कि यह डेटा मॉडल्स को समाज को बेहतर समझने में मदद करता है। वहीं, यूट्यूब को चलाने वाली कंपनी गूगल का कहना है कि उन्हें ओपनएआई के गतिविधियों के बारे में पूरी जानकारी नहीं है।
गूगल के प्रवक्ता मौट ब्रायंट ने कहा कि उनकी कंपनी के नियम और शर्तें बिना अनुमति के यूट्यूब वीडियो डाउनलोड करने या उन्हें किसी और तरह से इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं देते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि गूगल ऐसे मामलों में कानूनी और तकनीकी कार्रवाई भी करता है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि गूगल ने भी खुद यूट्यूब से ट्रांसक्रिप्ट इकट्ठा किए हैं। गूगल के प्रवक्ता का कहना है कि उनकी कंपनी ने यूट्यूब क्रिएटर्स के साथ करार के हिसाब से यूट्यूब के कुछ कंटेंट पर अपने मॉडल्स को ट्रेनिंग दी है।
OpenAI Youtube जानिए क्या है मामला
OpenAI ने यूट्यूब से लाखों घंटों के वीडियो को टेक्स्ट में बदला है।
उन्होंने इस जानकारी का उपयोग अपने GPT-4 मॉडल को बेहतर बनाने के लिए किया है।
GPT-4 अब और भी शक्तिशाली है और वीडियो सामग्री को समझने और उसका जवाब देने में बेहतर है।
ओपनएआई नई तकनीकों के साथ आगे बढ़ रहा है और अपने ग्राहकों को सर्वोत्तम समाधान प्रदान करने में अग्रणी बना हुआ है।
GPT-4 अब और भी शक्तिशाली है
GPT-4 अब और भी शक्तिशाली है और वीडियो सामग्री को समझने और उसका जवाब देने में बेहतर है। यह विभिन्न प्रकार के वीडियो कार्यों के लिए उपयोग किया जा सकता है, जैसे:
वीडियो के सारांश उत्पन्न करना
वीडियो से टेक्स्ट निकालना
वीडियो के लिए कैप्शन लिखना
वीडियो के लिए स्क्रिप्ट लिखना
ओपनएआई नई तकनीकों के साथ आगे बढ़ रहा है
ओपनएआई नई तकनीकों के साथ आगे बढ़ रहा है और अपने ग्राहकों को उनकी आवश्यकताओं के लिए सर्वोत्तम समाधान प्रदान करने में अग्रणी बना हुआ है।
ओपनएआई ने इस जानकारी का उपयोग अपने GPT-4 मॉडल को बेहतर बनाने के लिए किया है। GPT-4 एक बड़ा भाषा मॉडल है जो टेक्स्ट उत्पन्न कर सकता है, भाषाओं का अनुवाद कर सकता है, विभिन्न प्रकार की रचनात्मक सामग्री लिख सकता है, और आपके सवालों का जानकारीपूर्ण तरीके से जवाब दे सकता है।
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