Ganesh Chaturthi 2023 : Ganesh Chaturthi Date, इन 5 बातों का स्थापना के समय ध्‍यान रखें, कल गणेश चतुर्थी कैसे करें पूजा, मूर्ति स्‍थापना का शुभ मुहूर्त

Ganesh Chaturthi 2023 : Ganesh Chaturthi Date, इन 5 बातों का स्थापना के समय ध्‍यान रखें, कल गणेश चतुर्थी कैसे करें पूजा, मूर्ति स्‍थापना का शुभ मुहूर्त

Ganesh Chaturthi 2023 : Ganesh Chaturthi Date : Ganesh Chaturthi 2023 Kab hai

Ganesh Chaturthi 2023 : Ganesh Chaturthi Date,

Ganesh Chaturthi 2023 : Ganesh Chaturthi Date : इस दिन मनाई जाएगी गणेश चतुर्थी : भाद्रपद मास के शुक्‍ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से गणपती उत्सव शुरू होता है। इस दिन भक्त अपने घरों और सार्वजनिक स्‍थलों पर गणपति बप्‍पा की मूर्तियां स्‍थापित करते है। इस दिन भगवान गणेश का विधि-विधान से पूजापाठ किया जाता है  इस साल 2023 कल मंगलवार 19 सितंबर की दोपहर 12 बजकर 39 मिनट से गणेश उत्सव शुरू होगा और 19 सितंबर की दोपहर 01 बजकर 43 मिनट पर समाप्त होगी. ।  28 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन होगा।

कल भगवान गणेश की मूर्ति स्थापना भक्‍त अपने घरों में करेंगे। अगले  10 दिनो तक श्री गणेश अपने भक्‍तों के घरों में विराजमान होंगे। गणपति उत्‍सव देश के बहुत राज्‍यों में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. इन राज्यों में महाराष्ट्र प्रमुख है क्‍योंकि सार्वजनिक गणपति उत्‍सव की शुरुआत महाराष्‍ट्र के पुणे शहर से हुई थी।  इसके साथ अब यह देश के अलग अलग राज्यों जैसे मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात आदि राज्यों में भी गणपति उत्‍सव धूमधाम से मनाया जाता है।

Ganesh Chaturthi 2023 : Ganesh Chaturthi Date :  गणेश चतुर्थी के दिन मूर्ति स्‍थापना का शुभ मुहूर्त

Ganesh Chaturthi 2023 : Ganesh Chaturthi Date : गणपति जी की मूर्ति स्थापना या पूजन का शुभ मुहूर्त 19 सितंबर  2023 की प्रात: 11 बजकर 01 मिनट से दोपहर 01 बजकर 28 मिनट तक होगा। साल 2023 में गणेश मूर्ति स्‍थापना के लिए शुभ मुहूर्त का कुल समय 02 घंटे 27 मिनट है।

Ganesh Chaturthi 2023 : Ganesh Chaturthi Date : गणेश चतुर्थी के दिन न देखें चंद्रमा को 

Ganesh Chaturthi 2023 : Ganesh Chaturthi Date : सनातन धर्म में धर्म-शास्त्रों के अनुसार चतुर्थी के दिन चंद्रमा के दर्शन नही करने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि गणेश चतुर्थी के दिन चंद को देखने से व्‍यक्ति पर झूठा कलंक लगने के असर होते है। मान्यताओं के अनुसार एक बार भगवान श्रीकृष्ण ने चतुर्थी पर चंद्रमा को देख लिया था, जिसके कारण भगवान श्रीकृष्ण पर स्यमंतक मणि चुराने का झूठा आरोप लगा था।  यदि आप चतुर्थी के दिन चंद्रमा को देख लें तो कृष्ण स्यमंतक कथा को पढ़ने या सुनने से भगवान गणेश क्षमा कर देते हैं।

Ganesh Chaturthi 2023 : Ganesh Chaturthi Date : गणेश जी की पूजा करने का तरीका

 मान्यताओं के अनुसार गणेश जी की पूजा को हर तरह के अमंगल कामो को शांत करने के लिए किया जाता है. सनातन परम्परों के अनुसार श्री गणेश जी की पूजा सबसे पहले की जाती है। सबसे आसान और सहज पूजा भगवान श्री गणेश जी की होती है। आज देश के लगभग सभी राज्यों में आज चौक चौराहों में भगवान गणेश जी के लिए एक बड़े बड़े पंडाल  बनाकर मूर्ति स्थापना करते हैं। 

Ganesh Chaturthi 2023 : Ganesh Chaturthi Date : आपको गणेश चतुर्थी पूजा करने के लिए निम्नलिखित विधि का पालन करना होगा:

सामग्री:

  1. गणेश मूर्ति
  2. गणेश चालीसा या व्रत कथा पुस्तक
  3. दीपक (घी का दीपक या तेल का दीपक)
  4. दूप (अगर्भत्ती या कपूर का धुआं)
  5. अगरबत्ती या कपूर
  6. सुपारी, इलायची, लौंग, फूल, बिल्वपत्र
  7. गुड़ और तिल
  8. पुष्प, पुष्पमाला, धूप, कलश
  9. पान, सुपारी, नये कपड़े का टुकड़ा
  10. पूजा थाली
  11. कलश (जिसमें जल भरें)
  12. चौकी, आसन
  13. बेल पत्र और दूर्वा कास्त्र
  14. रक्त चंदन, हल्दी कुम्कुम

पूजा विधि:

  1. पूजा के लिए एक पारंपरिक स्थान चुनें और उसे साफ करें। अपने इच्छित तिथि और समय का चयन करें और उसके अनुसार तैयारी करें।
  2. पूजा की शुरुआत करने से पहले, अपने हाथों को धोकर शुद्धि करें और पूजा स्थल को शुद्ध करने के लिए गंगाजल से स्नान करें।
  3. अपने घर के मुख्य द्वार पर गणेश जी की मूर्ति को स्थापित करें और उसकी दिशा का पालन करते हुए उसे पूजनीय बनाएं।
  4. गणेश चालीसा या व्रत कथा का पाठ करें और गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए मन्य प्रकार की दिव्य अर्चना करें।
  5. गणेश जी को सुपारी, इलायची, लौंग, फूल, बिल्वपत्र, गुड़ और तिल से अर्चना करें।
  6. दीपक को जलाकर आरती करें और मन्त्रों के साथ गणेश जी की पूजा करें।
  7. कलश में जल भरकर उसे पूजा स्थल पर रखें और उसे पूजा करें।
  8. धूप और अगरबत्ती का धुआं करें और गणेश जी को यज्ञोपवीत और नये कपड़े की अर्पण करें।
  9. चौकी और आसन पर बैठकर मन्त्रों का जाप करें और गणेश जी की कृपा की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें।
  10. अखिलेश्वरी को अर्पण करें और अपने परिवार के सभी सदस्यों को प्रसाद बांटें।

इसके बाद, गणेश चतुर्थी के पर्व का उत्सव मनाने के लिए अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर प्रसाद खाएं और गणेश जी की कृपा का आभार दें।

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